मऊगंज विधायक ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया
भाजपा जिला उपाध्यक्ष से की गई बदसलूकी के बाद पद से हटते ही स्थानीय विधायक ने शुरू की राजनीति, आपसी विवाद को दिया राजनैतिक रंग
मऊगंज- अपने कारनामों के चलते पूरे प्रदेश भर में सुर्खियां बटोर रहे भारतीय जनता पार्टी के ही मऊगंज से विधायक ने अपने रिश्तेदार के मऊगंज थाने से हटते ही आपसी विवाद को राजनैतिक रंग देना शुरू किया है, जिसके बाद से सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है, हालांकि यह पहली बार नहीं है इससे पूर्व भी मऊगंज विधायक कभी बस से यात्रा करके तो कभी सुरक्षा कर्मियों को वापस लौटाने के बाद अपनी सुरक्षा के प्रति लापरवाही का ठीकरा पुलिस विभाग पर फोड़ चुके हैं .
ताजा मामला भी कुछ इसी तरह का प्रकाश में आया है जिसमें दो पक्षों के बीच हुए विवाद के मामले को राजनैतिक तूल देते हुए विधायक के शुभचिंतकों पर जानलेवा हमला बताया गया है, हालांकि इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रत्यक्ष दर्शियों ने जो तथ्य सामने रखे हैं वह बेहद चौका देने वाले हैं प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक अंडे का व्यापार करने वाले दो भाई अंकित और मोहित सिंह का किसी बात को लेकर बड़वा टोला निवासी सुरेश पटेल से विवाद हो गया और जिसके बाद मामले ने इतना तूल पकडा की दोनों पक्ष एक बार फिर आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर लाठी डंडे से प्रहार करने लगे.
जिससे दोनों पक्ष गंभीर रूप से घायल हो गए, हालांकि इस घटना के बाद एक बार फिर मऊगंज विधायक ने अपने ही सरकार के विरुद्ध सवाल खड़े करते हुए जिले में आम आदमी की सुरक्षा सहित बढ़ रहे नशे के कारोबार को लेकर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया है अब देखना दिलचस्प होगा कि मोहन सरकार के दावे सच है या मऊगंज विधायक के लगाए गए आरोप