रीवा रंग महोत्सव 2023 : "जादू का सूट" रहा चर्चा का विषय ।

Rewa Rang Mahotsav 2023:कला आत्मिक शान्ति का माध्यम बनी हुई  है । प्रयास रंग समूह जो 1980 से रीवा सहित आस-पास के क्षेत्र में सांस्कृतिक सुचिता को सहेजने का कार्य कर रहा है । लगभग 40 वर्षों के सफर के दौरान निश्चित ही हीरेन्द्र सिंह  ने अथक परिश्रम किया है । जिसके परिणाम में अपना रीवा, वर्तमान में नाट्य कला का केंद्र बन के उभर रहा है ।

रीवा रंग महोत्सव 2023 : "जादू का सूट" रहा चर्चा का विषय ।

रीवा रंग महोत्सव 2023: पांच दिवसीय नाट्य महोत्सव का हुआ समापन ।

मनोभाव को आंगिक, वाचिक, क्रिया द्वारा रंग, ध्वनि या शब्दों की सहायता से अभिव्यक्त करने की प्रक्रिया के परिणाम से तैयार होता है, रंगमंच । इसका उदाहरण देखने को मिला रीवा रंग महोत्सव 2023 में । संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन रीवा के सहयोग से, रीवा रंग महोत्सव जिसका पांच दिवसीय आयोजन प्रयास रंग समूह द्वारा कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम रीवा में किया गया । आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत 20 मार्च से आयोजित रीवा रंग महोत्सव 2023 का समापन 24 मार्च को हुआ । आयोजन के पांचवें दिन शुक्रवार को "जादू का सूट" नाटक की प्रस्तुति हुई । शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ शुरुआत हुई । आयोजन में मुख्य अतिथि राजेन्द्र शुक्ल,(पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक रीवा) मौजूद थे । विशिष्ट अतिथि व्यंकटेश पाण्डेय (अध्यक्ष नगर निगम रीवा) एवं अतिथि जयराम शुक्ल, चंद्रिका प्रसाद चंद्र, संजय सिंह, अशोक सिंह, विभू सूरी,अनलपाल सिंह, सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे ।

रीवा रंग महोत्सव में अपना सन्देश देते हुए जयराम शुक्ल ने कहा कि नाट्य कला के द्वारा यहाँ कला-साहित्य के विभिन्न रंग एक साथ दिखाए जा रहे हैं । रीवा रंग महोत्सव अपनी सार्थकता को साबित कर रहा है । इस आयोजन में हीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रयास रंग समूह के सभी सहयोगीयों ने अटूट मेहनत की है ।  वैसे भी कलाकार का अन्तर्मन तभी मूर्त रूप ले उठता है, जब हृदय की गइराईयों से निकली अनुभूति, कला का रूप लेती है, फिर ऐसे में चाहे लेखनी उसका माध्यम बने या रंगों से भीगी तूलिका या फिर सुरों की पुकार या कि वाद्यों की झंकार । मुझे नाट्य मंचन देखकर अलौकिक शांति की अनुभूति होती है । यह ताकत है कला एवं साहित्य के समागम की है, इसी कारण कला आत्मिक शान्ति का माध्यम बनी हुई  है । प्रयास रंग समूह जो 1980 से रीवा सहित आस-पास के क्षेत्र में सांस्कृतिक सुचिता को सहेजने का कार्य कर रहा है । लगभग 40 वर्षों के सफर के दौरान निश्चित ही हीरेन्द्र सिंह  ने अथक परिश्रम किया है । जिसके परिणाम में अपना रीवा, वर्तमान में नाट्य कला का केंद्र बन के उभर रहा है ।

रीवा रंग महोत्सव में पांचवें दिन पूर्व रंग अंतर्गत उत्तरा द्विवेदी द्वारा मधुर गीत प्रस्तुत किये गए । उत्तरा द्विवेदी रीवा क्षेत्र की युवा कलाकार हैं ।

जादू का सूट-: रीवा रंग महोत्सव में पाँचवी शाम सम्प्रेषणा नाट्य मंच कटनी द्वारा तैयार "नाटक जादू का सूट" की प्रभावी प्रस्तुति हुई । इसके निर्देशक सादात भारती थे । नाटक सहजता के साथ अनेक सामाजिक विचारों को प्रस्तुत करता है । रंगमंच के अनेक तत्वों का प्रयोग नाटककार ने किया । प्रस्तुति में प्रतीकात्मक ढंग से शासन -प्रशासन की  व्यवस्था की ओर  संकेत  करने का प्रयास लेखक ने किया है । विदेशी वस्तुओं के प्रति अति आकर्षण एवं लालच में फस कर देश मे निर्मित सामग्री की अवहेलना कराने वाले व्यक्तियों के ऊपर भी इस प्रस्तुति ने कटाक्ष किया है । हास्य रस की प्रधानता के साथ कलाकरों ने कमाल किया । राजा के चरित्र अभिनय में सतीश रोहित का अभिनय औसत रहा। महामंत्री के चरित्र में आकाश तिवारी,अधिकारी के रूप में शुभम रजक मंच पर अच्छे दिखे । दो दर्जन से ज्यादा कलाकरों के नाट्य दल का निर्देशन सादात भारती ने किया । सादात का काम बच्चों के साथ अद्भुत होता है ।  दर्शकों ने रीवा रंग महोत्सव को अनन्य स्नेह प्रदान किया । 

पात्र परिचय-:
मंचपर-:राजा-सतीश रोहित, महामंत्री-आकाशतिवारी,अधिकारी-शुभम रजक, सेविका- ज्योति सिंह, दूतनी-कृतिका गुप्ता, ढिंढोरची-शिवा रजक,इंतजाम अली-हर्ष गुप्ता,बंगाली दर्जी- शिवा रजक,पंजाब दर्जी-चंद्रकांत देशपांडे, मुंबईया दर्जी-शुभम रजक,लखनऊ दर्जी-शिवानी अहिरवार, मद्रासी दर्जी-दीपक केवट,पटना दर्जी-अमन जायसवाल, भोपाली दर्जा-अनिल बर्मन,राजस्थानी दर्ज़ी-आँचल श्रीवास्तव, ठग एक- आदित्य गोस्वामी, ठग दो-प्रहलाद रजक, ठग तीन-अनुज मिश्रा, राजा तीन-चंद्रकांत देशपांडे, ऋषि परोहा, बच्चा-युग रजक । कोरस- अतुल वर्मा,नेहा केवट,राजीव गर्ग,आशुतोष गुप्ता, आकाश रोहरा,शिवानी अहिरवार, अनन्या तिवारी ।
मंच परे-: मंच व्यवस्था-शुभम रजक । गीत- लक्ष्मी नारायण शर्मा । हारमोनियम- गणेश माथुर । ढोलक- विनोद सूर्यवंशी । गायक स्वर- अनन्या, ज्योति,शुभम, शिवानी,आँचल, आदित्य, अनुज,नेहा,अतुल । प्रकाश परिकल्पना- सादात भारती । वेशभूषा- रोशनी । रूप सज्जा-शिवानी अहिरवार,अनन्या । लेखन- अलखननन्द । निर्देशन- सादात भारती ।

रंगधूलि सम्मान-: रंगकर्मी सादात भारती को रीवा रंग महोत्सव में रंगधूलि सम्मान प्रदान किया गया । साथ ही लोकगायिका मणिमाला सिंह एवं उनके समूह सदस्यों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया । स्मृति चिन्ह पाने वाले कलाकरों में स्मृति सिंह, माही सिंह,यसी सिंह,अर्चना सिंह,प्रतिज्ञा सिंह,रोली श्रीवास्तव,रवि मिश्रा,राजेंद्र सक्सेना,अतेंद्र पांडेय के नाम शामिल थे । मंच संचालन हेतु डॉ.आरती तिवारी को सम्मानित किया गया ।

प्रयास रंग समूह की सचिव ज्योति सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि रीवा रंग महोत्सव 2023 में पांच दिनों में रीवा तथा आस-पास के कलाकारों को पर्याप्त मंच देने का प्रयास रहा । राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय  मंचों में प्रस्तुत नाटकों का मंचन रीवा में हुआ । दर्शकों ने महोत्सव को भरपूर स्नेह प्रदान किया । आगामी वर्षों में हम आयोजन को और भव्यता प्रदान करने की योजना में कार्य कर रहे हैं । कलाप्रेमी दर्शकों का स्नेह ही है जो हमे सम्बल प्रदान करता है । 


रीवा रंग महोत्सव की सभी प्रस्तुति दर्शकों हेतु निःशुल्क हैं । रीवा रंग महोत्सव में चतुर्थ दिवस मंच संचालन आरती तिवारी ने किया, साथ ही अपने कुशल संचालन से  दर्शकों को सम्मोहित कर दिया । आयोजन में प्रयास रंग समूह के संगी-साथी राजेन्द्र सोनी, प्रशान्त सिंह, शैलेन्द्र कुशवाहा, संयोजक अनीश शुक्ल,दीपेश्वर सिंह, विजयानन्द त्रिपाठी ,शालिवाहन सिंह, अविनाश सिंह, अमर द्विवेदी, आदि सतत सक्रिय दिखे । रीवा रंग महोत्सव 2023 के समापन अवसर पर आभार प्रदर्शन हीरेन्द्र सिंह ने किया ।