नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं का मऊगंज कलेक्टर ने रोली चंदन लगाकर किया स्वागत
ऐसा वातावरण निर्मित कर पढ़ाई करें जिससे बच्चे दौड़े चले आए स्कूल-कलेक्टर
मऊगंज- विद्यालय जाने की उम्र के सभी बच्चों का विद्यालय में प्रवेश सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्कूल चले हम अभियान मऊगंज जिले के सभी विद्यालयों में 18 जून से 20 जून तक प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया। अभियान के अंतिम दिन मऊगंज जिले के नईगढ़ी विकासखंड अंतर्गत आने वाली शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भीर में कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने नव प्रवेशी विद्यार्थियों का रोली चंदन लगाकर प्रवेश दिलाया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का भी विद्यालय में स्वागत किया गया।
प्रवेशोत्सव के तीसरे दिन जिले के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भीर पहुंचे कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहां की सभी बच्चे नियमित रूप से स्कूल आए और पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि जीवन में शिक्षा ही ऐसी अमूल संपत्ति है जिसे कोई भी छुड़ा नहीं सकता। इसलिए मन लगाकर पढ़ाई करें। पढ़ाई के साथ-साथ खेल का भी आनंद ले। इस दौरान कलेक्टर श्री श्रीवास्तव द्वारा बच्चों से कई सवाल भी किए गए। तो वहीं जिले के मुखिया को अपने बीच पाकर बच्चे भी काफी प्रफुल्लित नजर आए। उपस्थित बच्चों ने जिलाधीश से वायदा किया कि प्रतिदिन स्कूल आएंगे और अच्छी पढ़ाई करेंगे। इस बीच कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक भी विद्यालय में ऐसा वातावरण निर्मित करें कि कोई भी छात्र विद्यालय आने से कतराए नहीं बल्कि दौड़ा चला आए। यह सब शिक्षक की पढ़ाई एवं व्यवहार पर लागू होता है। कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि सभी बच्चों के मन में प्रश्न उठना चाहिए और मन में आए प्रश्न को शिक्षक से करना चाहिए तो वहीं बच्चों के प्रश्नों का उत्तर शिक्षक जरुर देवें। उन्होंने कहा कि छात्र द्वारा किए गए प्रश्न का शिक्षक द्वारा उत्तर देने से छात्र का मन कभी भी नहीं टूटेगा। यह सब शिक्षक पर लागू होता है कि वह बच्चों को कैसी शिक्षा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी प्रदान करें। ध्यान रहे प्रतिदिन बच्चों से कम से कम 10 से 15 मिनट क्षेत्र प्रांत एवं देश विदेश के साथ-साथ खेल भौगोलिक राजनीतिक स्थिति पर चर्चा जरूर करें जिससे बच्चों का ज्ञान बढ़ेगा। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि यदि हम अपने कार्यशैली में थोड़ा सा परिवर्तन करें तो बच्चो को विशेष शैक्षणिक स्थान प्रदान करने में कामयाब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों से परंपरागत व्यवहारिक प्रश्न करें। सभी बच्चों को उनकी इच्छा अनुकूल खेल विद्या से जोड़ें। जिससे बच्चों को प्रतिदिन स्कूल आने के साथ-साथ पढ़ाई में भी मन लगेगा। वहीं उन्होंने कहा कि शिक्षकों द्वारा पढ़ाई गई विषय वस्तु का आकलन संस्था के प्रमुख अनिवार्य रूप से करें। संस्था प्रमुख को निर्देश दिए की खेल सामग्री बच्चों को उपलब्ध कराए। यदि खेल सामग्री नहीं है तो क्रय करें। वही विद्यालय के अंदर एक कमरे को खेल सामग्री रखने एवं बच्चों के खेल हेतु उपलब्ध कराए। जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहां शासन की योजना अनुसार अतिथि शिक्षकों की भर्ती करें लेकिन ध्यान रखें की योग्य अतिथि शिक्षक की ही भर्ती करें। कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि पानी संरक्षण एवं पौधारोपण में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाएं। यदि समय रहते पानी का संरक्षण नहीं किया गया और वृक्षारोपण नहीं किया गया तो आने वाला समय बहुत मुश्किलों भरा होगा। इसलिए पानी की बचत करें कम से कम पानी प्रयोग करने की आदत डालें ।आवश्यकता से अधिक पानी न बहाए। पौधे जरूर लगाए लेकिन यह भी ध्यान रखें की पौधों की सुरक्षा परिवार के सदस्यों की तरह करना है। कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि पानी की बचत एवं पौधारोपण तथा रखरखाव में बच्चों को आगे लाने का प्रयास करें जिससे बच्चे भी बड़े बुजुर्गों की तरह पानी एवं पेड़ पौधों के महत्व को समझ सके और ऐसे पुनीत कार्य में अपनी ज्यादा से ज्यादा सहभागिता दर्ज कराए। स्कूल चले हम अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के बीच शिक्षा समिति के अध्यक्ष जुल्फी लाल साकेत द्वारा नल जल योजना की सूखी पड़ी टंकी एवं छात्रावास में अनियमितता की बात रखी गई जिस पर कलेक्टर श्रीवास्तव ने मौके पर ही विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुचारू रूप से व्यवस्था बनाएं। वहीं संस्था प्राचार्य देवेंद्र चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि बीते आठ माह पूर्व विद्यालय के नवीन भवन को संविदाकार द्वारा शिक्षा विभाग को सौपा गया था लेकिन घटिया एवं प्राक्कलन के विपरीत निर्माण के कारण भवन की स्थिति अति खराब है। जिस पर कलेक्टर श्रीवास्तव द्वारा संबंधी विभाग के अधिकारियों को भवन निर्माण में बर्ती गई अनियमितता की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वही कलेक्टर श्रीवास्तव द्वारा विद्यालय परिसर में खराब पड़े पुराने नलकूप को रीबोरिंग के लिए पीएचई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर एवं अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कलेक्टर अजय श्रीवास्तव एवं नईगढ़ी जनपद शिक्षा समिति के अध्यक्ष जुल्फी लाल साकेत तथा विकासखंड शिक्षा अधिकारी राम सुशील वर्मा का संस्था के प्राचार्य देवेंद्र चतुर्वेदी एवं शिक्षकों द्वारा माल्यार्पण के साथ स्वागत किया गया। इस मौके पर अभिभावकगण शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।