रीवा जिले में देशी मदिरा के शौकीन हो जाएँ सावधान पूरी जानकारी के लिए पढ़ें ये खबर

रीवा जिले में देशी मदिरा के शौकीन हो जाएँ सावधान पूरी जानकारी के लिए पढ़ें ये खबर

रीवा जिले में आवकारी विभाग हमेशा सुर्ख़ियों में बना रहता है।  आवकारी विभाग की खबरे आएदिन आप सुनते होंगे इन दिनों अवकारी विभाग की मनमानी के चलते शुरा  प्रेमियों की  जान का खतरा बना हुआ है ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योकि हाल ही में अवकारी विभाग बाटलिंग यूनिट रीवा चोरहटा में सहायक जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर की पदस्थापना की गई है लेकिन अखिलेश्वर सिंह ठाकुर को उनके वर्तमान प्रभार के साथ-साथ  सहायक आयुक्त आबकारी जिला रीवा द्वारा मण्डल प्रभारी उड़नदस्ता जिला रीवा का प्रभार भी सौप दिया गया ।  जिससे बाटलिंग यूनिट में हो रही पैकिंग और सप्लाई की देखरेख करने वाला कोई नहीं है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि  कब कौन सी घटना हो जाये इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा। बाटलिंग युनिट चोरहटा में अखिलेश्वर सिंह ठाकुर की पदस्थापना इस लिए की गई थी कि देसी मदिरा की पैकिंग रैपर की सही ढंग से जाँच कर सम्बंधित कम्पोजिट दुकानों तक सुरक्षित पहुंच सके लेकिन रीवा आबकारी विभाग के मनमानी के चलते वहां की देखरेख करने वाला कोई नहीं है सिवाय बाटलिंग यूनिट में कार्य करने वाले कर्मचारियों के आलावा कोई नहीं है जबकी यह एक सम्बेदंनशील जगह है । आप को बता दें पूर्व में सतना जिले के कोलगवां में रैपर लगी देशी सफेद और लाल मदिरा की बोतलें मिली थी  और उनके अलग से रैपर, होलोग्राम व स्टीकर मिले थे  उसमें कई व्यक्ति शामिल थे । नकली शराब के रैपर में रीवा का नाम सामने आया था। जिससे साफ़ जाहिर होता है कि बाटलिंग यूनिट में सहायक जिला आबकारी की पदस्थापना कितना सम्बेदंनशील है।  अगर इसी तरह आबकारी विभाग की मनमानी चलती रही तो वो दिन दूर नहीं कि ऐसी घटनाएं दुबारा घटित हो सकती हैं।  और पूरे जिले भर में जहरीली शराब बिना जाँच पड़ताल और बिना पैमाने के ही सप्लाई कर दी जाएँगी जिससे शुरा प्रीमियों की जान भी जा सकती है।  इस सम्बन्ध में जब अनिल जैन सहायक आयुक्त रीवा से बात की गई तो उनका कहना है कि सुबह सहायक जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर द्वारा बाटलिंग यूनिट का ताला खोला जाता है और शाम को बंद किया जाता है बांकी समय वह उड़नदस्ता टीम में रहते हैं क्योंकि बाटलिंग यूनिट में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उससे निगरानी होती रहती है। सवाल यह उठता है अगर सीसीटीवी कैमरा ही निगरानी करेगा तो इस पद पर पदस्थापना शासन द्वारा किस लिए की जाती है शासन पर अनावश्यक खर्च क्यों लादा जाता है।  
बाटलिंग यूनिट में सहायक जिला आबकारी अधिकारी की पदस्थापना इस लिए होती है कि उनकी देखरेख में शराब की गुणवत्ता की जाँच पड़ताल कर पैकिंग  , रैपर, होलोग्राम व स्टीकर सही ढंग से लग रहा है या नहीं एवं अबैध रूप से होने वाली सप्लाई पर अंकुश लगाना।
जब सहायक आयुक्त रीवा से बात की गई तो उन्होंने बाटलिंग यूनिट रीवा चोरहटा में सहायक जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर की पदस्थापना की गई है जिनको उनके वर्तमान प्रभार के साथ-साथ  मण्डल प्रभारी उड़नदस्ता जिला रीवा का प्रभार भी सौपा गया है बाटलिंग यूनिट में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं उससे निगरानी होती रहती है।