उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ ने 3 राज्यों से 40 संदिग्धो को धर दबोचा, रीवा और इन जिलों के थे लोग!
प्रयागराज: विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटरों को पकड़ने के लिए एसटीएफ ने तीन राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। बता दे कुल 14 जगहों से 40 से भी अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेने में एसटीएफ सफल रही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इनमें से ज्यादातर अतीक गैंग के हैं। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ को सूचना मिली थी कि अतीक के कुछ साथी नेपाल भागने की फिराक में भी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वही एसटीएफ ने गोरखपुर और बस्ती से पांच लोगों को धर दबोचा, साथ ही इसके अलावा लखनऊ, बरेली, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, रीवा और पटना में छापेमारी की गई वहा से भी संदिग्धों को एसटीएफ द्वारा हिरासत में लिया गया।
14 स्थानों से 40 संदिग्धों को धर दबोचा:
बता दे कि सीसीटीवी फुटेज की पुष्टि होने के बाद जेल की हवा काट रहे अतीक के तीसरे बेटे असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अरमान की तलाश की जा रही है, जब से घटना को अंजाम दिए इसके बाद इन आरोपियों के फोन बंद हैं। वही एसटीएफ की प्रयागराज इकाई के साथ लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर की टीमों ने रविवार के दिन तीन राज्यों में लगभग 14 स्थानों पर छापेमारी कर 40 संदिग्धों को धर दबोचा।
रीवा के लॉज से 5 लोगो को हिरासत में लिया गया:
रीवा में एक लॉज पर छापा मारा गया और पांच लोगों को हिरासत में लिया गया। UP एसटीएफ द्वारा तीन दिन पहले लॉज में बिना नजदीकी पुलिस को बताये रेड डाली और 5 लोगों को उठा ले गई उनकी पहचान अभी नहीं बताई गई है। अतीक के गैंगस्टरों को पटना, लखनऊ, बरेली और कौशांबी से भी हिरासत में लिया गया है. अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि शक के घेरे में आए सभी आरोपियों को दबोचा जा रहा है। उसके मोबाइल कॉल डिटेल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी काफ़ी बारीकी से स्कैन किया गया है। इस समय अतीक गैंग के ज्यादातर गैंगस्टर अंडरग्राउंड हो चुके हैं. उनके मोबाइल भी बंद हैं। गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से शूटरों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ की जा रही है।