लोकनायक बितानी नाटक का मंचन ।
Rewa: रीवा जिले की नाट्य संस्था रावेन्द्र प्रताप सिंह शिक्षा सांस्कृतिक समिति एवं मध्य प्रदेश संस्कृति संचालनालय भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में रीवा जिले के ग्राम भलुहा तहसील रायपुर कर्चुलियान में नाटक "लोकनायक बितानी" का मंचन हुआ । नाटक का लेखन एवं निर्देशन विपुल सिंह ने किया। बतादें कि रावेन्द्र प्रताप सिंह शिक्षा सांस्कृतिक समिति समय-समय पर शहर और शहर के बाहर नाटकों की प्रस्तुतियां करती रहती है और इसी श्रृंखला में इस बार ग्राम भलुआ का चयन किया गया जिसमें नाटक को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड पड़ी। यह पूरा कार्यक्रम दर्शकों हेतु निःशुल्क आयोजित हुआ, कार्यक्रम की शुरुआत द्वीप प्रज्वलन से हुई । द्वीप प्रज्वलन में महेंद्र शास्त्री, चंद्रकांता मिश्रा एवं उर्मिला सिंह सहित वरिष्ठ ग्रामीण जन शामिल रहे।
कथा सार-:
नाटक में दिखाया गया कि लोकनायक बितानी शरीर से बौना होने के बावजूद भी दिमाग से बहुत तेज होता है । वह हर जटिल समस्या का समाधान तत्काल कर देता है और उसका श्रेय भी स्वयं नहीं लेता, बल्कि उसका श्रेय दूसरों को ही देता है । नाटक में दिखाया गया कि बितानी के साले साहब उनके घर पर ज्यादा आया करते हैं और अपनी बहन से धन और अनाज भी ले जाया करते थे जिससे बितानी परेशान हो जाता है अपनी परेशानी को वह अपने राज्य के राजा से बताकर समाधान करने कहता है, बितानी राजा से कहा कि महाराज आप एक दिन हमारे साले को भोज में बुलाए महाराज ने अगले ही दिन बिताने और उनके साले साहब को निमंत्रण मे अपने महल बुलाया और उन्हें लेने के लिए अपने राज्य की राजसी बाजी को भेजो जिसमें वह दोनों लोग बैठकर आए कुछ देर बातचीत होने के बाद महाराज ने भोजन के लिए कहा।
सूरन ने बिगड़ा खेल-:
भोजन में सूरन नामक फल को खाने के लिए दिया गया लेकिन यह बात बितानी के साले को नहीं पता थी उसने जल्दबाजी में उन फलों को खा लिया इसके बाद उनके पूरे मुंह में कांटे के जैसे खुजली मचाने लगे इसके बाद राजा ने उन्हें देखकर कहा क्या बात है आपको राजा का भोजन पसंद नहीं आया लेकिन बितानी के साले ने डर के मारे जवाब नहीं दिया और और हां कहने के अंदाज मे सर को हिलाया। राजा के यहां से निकलने के बाद बिताने ने अपने साले को कहा कि राजा तुमसे बहुत ज्यादा नाराज हैं क्योंकि तुमने उनसे बात नहीं की है अब दोबारा अगर तुम इस राज्य में आओगे तो वह तुम्हारी खाल खिंचवा लेंगे.
हास्य रस से भरे इस पूरे नाटक का आनंद दर्शकों ने बखूबी लिया, तालियां बजा-बजा कर अपने भाव भी दर्शक प्रकट करते रहे ।
पात्र परिचय-:
नाटक में भाग लेने वाले कलाकारों में अरुणोदय सिंह, राजवीर,रत्नेश गोस्वामी,बदल नट, अजय सेन,सत्यम छेत्री, अंशिका मिश्रा, श्रुति कीर्ति द्विवेदी, शांभवी श्रीवास्तव,दीक्षा गोस्वामी, सोनल सिंह ने प्रस्तुति मे जान डाल दी।
इस प्रस्तुति में संयोजक रही नाट्य संस्था रंग अनुभव सांस्कृतिक शिक्षा समिति रीवा।