कचरे के ढेर से संचालित किया जा रहा स्मार्ट सिटी सतना का सूत्र सेवा बस स्टैंड ज़िम्मेदारों ने साधी चुप्पी गंदगी से यात्री रहते हैं
कचरे के ढेर से संचालित किया जा रहा स्मार्ट सिटी सतना का सूत्र सेवा बस स्टैंड ज़िम्मेदारों ने साधी चुप्पी गंदगी से यात्री रहते हैं परेशान .... आख़िर स्मार्ट सिटी के इन हालातों का जिम्मेदार कौन,
स्मार्ट सिटी सतना का नगर प्रशासन स्वक्षता को लेकर लाख दावा करे लेकिन उसकी सच्चाई धरातल पर 5 प्रतिशत भी नहीं है. यही कारण है कि चौक चौराहे हों या सड़के या फिर बाज़ार में फैली व्यापक गंदगी हो इसकी ख़बर लेने वाला कोई नहीं है क्यों कि अब स्वक्षता और साफ़ सफ़ाई का कार्य कागज़ों और शहर के प्रवेश द्वारों में लगाई गई स्मार्ट सिटी के एंट्री गेटों तक सिमट कर रह गया है सफ़ाई का कार्य कहीं दूर - दूर तक नहीं दिखाई देता है
यही कारण है कि आम जन की इन्हीं परेशानियों और सफ़ाई को लेकर शहर को नंबर 1 बनाने की नगर प्रशासन की कवायद की सच्चाई देखने जब हम शहर पर निकले तो स्थितियां नगर निगम कमिश्नर द्वारा किए गए दावों से कोषों दूर निकली इसका सब से बड़ा उदाहरण स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले सतना रेलवे स्टेशन के पास बनाया गया सूत्र सेवा का बस स्टैंड है जहां चारों तरफ गंदगी का अम्बर लगा हुआ है और इसी कूड़े के ढेर में सूत्र सेवा की बसें खड़ी होती हैं और लोग कचरे में चलते हुए बसों में बैठने को मजबूर हैं आलम यह है कि लोग सूत्र सेवा से यात्रा करने के लिए बस टिकट लेते हैं और बस निकलने का इंतजार रेलवे स्टेशन में बैठ कर करते हैं
इतना ही नहीं यहां बने सूत्र सेवा बस स्टैंड परिसर में दिनदहाड़े शराबियों का जमावड़ा लगता है यहां के हालात देख आप को ऐसा लगेगा जैसे सूत्र सेवा का यह बस स्टैंड शराबियों की पसंदीदा जगह है यहां 24 घंटे दारू का सेवन करते हुए लोग आप को मिल जायेंगे यही कारण है कि महिला यात्री दहशत में रहती हैं
यहां चारों ओर दारू की बॉटल फैली होना आवारा पशुओं का विचरण करना लोगों में भय की स्थिति उत्पन्न करता है कहीं उनके साथ कोई अप्रिय घटनाएं न घट जाए
नगर प्रशासन ने सूत्र सेवा के लिए स्थान तो चिन्हित कर दिया है लेकिन यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय या प्रसाधन की कोई व्यवस्था नहीं की लोग यहां खुले में पेशाब करते हैं वहीं महिला यात्री भी खड़ी रहती हैं ऐसे में सूत्र सेवा से प्रतिदिन यात्रा करने वाली महिला यात्री ने विंध्याचल टूडे से बात करते हुए बताया कि यहां फैली व्यापक गंदगी वह सालों से देख रही हैं यहां फैली गंदगी में आवारा पशु बैठे रहते है जो कई बार यात्रियों को दौड़ा लेते है साथ ही लोग दारू पीते रहते हैं खुले में यहां लोग पेशाब करते हैं ऐसा माहौल देख कर हम खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं.
यहां फैली अव्यवस्थाओं को लेकर स्थितियां ये हैं कि अब शहर के सब से गंदे स्पॉट में से सूत्र सेवा का बस स्टैंड शीर्ष पर गिना जाता है .
रामकृष्ण कॉलेज की स्टूडेंट नैन्शी ताम्रकार ने बताया कि उन्हें कॉलेज से शहर के सब से गंदे स्पॉट्स को चिन्हित करने और उन्हें रैंकिंग करने का प्रोजेक्ट मिला है उसमें उन्होंने ने अभी तक के अपने सर्वे रिपोर्ट में इससे गंदा स्पॉट नहीं मिला जहां इतने लोगों का आना जाना है बाबजूद इसके न तो साफ़ सफ़ाई है ना ही किसी तरह की व्यवस्थाएं है.
शहर के नाम में लग रहा बट्टा
बस से यात्रा करने वाली एक कॉलेज स्टूडेंट ने कहा कि रेलवे स्टेशन में दूर दराज से आने वाले बाहरी लोग आते हैं ऐसे में इतनी गंदगी और असुविधाओं को देख कर लोग हमारे और हमारे शहर के बारे में क्या बोलते होंगे
नगर निगम कमिश्नर व्यवस्था सम्हालने में रहे नाकाम
लोगों द्वारा कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी नगर पालिका निगम सतना के आला अधिकारीयों ने कोई एक्शन नहीं लिया विस्तार न्यूज ने जब नगर निगम कमिश्नर से इस पर बात की तो उन्होंने सारी जिम्मेदारी रेलवे के ऊपर मढ़ दी
जब हमने कहा कि रेलवे के अधिकार क्षेत्र से बाहर भी यही स्थिति है और वहां नगर निगम की बसें खड़ी होती हैं तो नगर निगम कमिश्नर ने बातों को गोल मोल घुमाते हुए अपना पढला झाड़ लिया
अब देखना होगा कि आख़िरकार नगर निगम कमिश्नर अब इस पर क्या कार्यवाही करते है.