रंग यात्रा के साथ जून माह में प्रदेश स्तरीय नाट्य मंचन को तैयार मण्डप का दल

रंग यात्रा के साथ जून माह में प्रदेश स्तरीय नाट्य मंचन को तैयार मण्डप का दल

Rewa: मंडप सांस्कृतिक शिक्षा कला केंद्र रीवा शहर में रंगमंच को नितनए आयाम देती आई है जिसके फलस्वरूप साल भर में पांच बड़े नाट्य महोत्सव के साथ नाटकों का मंचन क्रमानुसार निरंतर करती है। मण्डप क्रमानुसार श्रृंखला के प्रथम चरण में 1 मई से 30 जून तक प्रस्तुतिपरक नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें बघेली बोली बानी का नाटक  ( मनई अउर मूंस ) तैयार हुआ है कार्यशाला एवम नाटक का निर्देशन  विनोद कुमार मिश्रा का है। नाटक का मंचन 5 जून को भोपाल के पांच दिवसीय बघेली नाट्य महोत्सव में होगा। मनई और मूस नाटक  ठेठ बघेली बोली बानी में रचा और बसा है। नाटक की वेशभूषा में बघेलखंडी परिवेश को, बघेलखंडी रंगों के माध्यम माध्यम से दर्शकों तक बघेली प्रतीकों, बिम्बों, चिन्हों के साथ पहुंचाएंगे। पूर्व में भी आधुनिक बघेली नाटकों का मंचन संस्था  करती रही है।


साथ ही इस रंग यात्रा की शुरुआत में मण्डप 1 जून से 4 जून तक  जिसमें नाटक भक्ति मति शबरी लीला का मंचन होगा। 1 जून को जिला पन्ना,2 जून को जिला सीधी, 3 जून को जिला सिंगरौली और 4 जून को जिला उमरिया में होगा।

भक्तिमति शबरी लीला के 13 मंचन पूर्व में हो चुके है। लीला के निर्देशक विनोद कुमार मिश्रा, रचनाकार योगेश त्रिपाठी और संगीत मिलिंद त्रिवेदी का है। चार दिवसीय रंग यात्रा का आयोजन मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग, जनजातीय संग्रहालय भोपाल द्वारा किया गया है। लीला के माध्यम से भगवान श्री राम और माता शबरी के प्रसंग को केन्द्र में रख कर बनाया गया है। 28 सदस्यीय कलाकारों के साथ दल 31 मई को रीवा से रवाना होगा और 6 जून को कलाकार रंग यात्रा को पूर्ण करेंगे।